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समाज द्वारा संस्कारित मन निजता से अनछुआ || आचार्य प्रशांत (2013)

2019-11-28 0 Dailymotion

वीडियो जानकारी:

शब्दयोग सत्संग
१४ जुलाई, २०१३
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा

प्रसंग:
समाज क्या होता हैं?
क्या समाज के दिए हुए संस्कार झूठे हैं?
संस्कारों से कैसे मुक्त हों?
समाज हम पर हावी क्यों हो जाता हैं?
मन समाज से प्रभावित क्यों हो जाता है?
मन और समाज में कैसा संबंध होना चाहिए?
समाज से मुक्ति कैसे पाएं?
समाज में छवि बनाने की चाह क्यों रहती है?

संगीत: मिलिंद दाते